Tuesday, August 12, 2025

म फूल जस्तो हुन सकूँ

 गीत    "म फूल जस्तो हुन सकूँ"


म फूल जस्तो हुन सकूँ,

तिमी भवरा बनी आऊ है !

म फूल टिप्ने कोही भए ,

तिमी काँडा भई जोगाऊ है !!

--------------------१ --------------------

म फूल जस्तो हुन सकूँ,

तिमी भवरा बनी आऊ है !

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म बासुरी झैँ बन्न  सकूँ,

तिमी धून बनी बज्नू है !

म सारंगी झैँ बन्न सकूँ ,

तिमी तार बनी रेट्नु है !!

--------------२ -----------------------


म फूल जस्तो हुन सकूँ,

तिमी भवरा बनी आऊ है !

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म जून जस्तो चम्कन सकूँ ,

तिमी शीतल भई आऊ है !

म घाम जस्तो उज्यालो बनूँ ,

तिमी पारिलॊ भई छाऊ है !!

---------------३--------------------------

म फूल जस्तो हुन सकूँ,

तिमी भवरा बनी आऊ है !

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म गीत जस्तो सरस बनूँ,,

तिमी लय बनी गाऊ है  !

म संगीत जस्तो माधुर्य बनूँ 

तिमी राग बनी आऊ है !!

------------------४ -------------------

म फूल जस्तो हुन सकूँ,

तिमी भवरा बनी आऊ है !


------------समाप्त ------------------


 डा. दीपक यात्री 

लेखनाथ -२७ , कास्की 

हाल : प्रमुख सूचना प्राबिधिक , 

नेपाल क्यान्सर हस्पिटल एण्ड रिसर्च सेन्टर , ललितपुर 

सम्पर्क फोन नं : ९८१३४५६३७४ 

रचना मिति : २०८२ साल श्रावण २७ गते 


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